Tuesday, April 18, 2017

काश भगवान तू ना होता!!

क्या होता दुनिया मे सिर्फ़, सिर्फ़ इन्सान होते!
ना जाति, ना धर्म, ना वर्ण, ना रंग,
ना देश, ना तकरार, ना हथियार, ना जंग
ना बंधन ना बाधाएं,
ना सिमटी सीमाएं,
ना आगे बढ़ने का होड़,
ना झूठ-फ़रेब की जठजोड़
ना ईर्ष्या, ना लोभ,
ना द्वेष,  ना क्षोभ,
मनुष्य स्वच्छन्द होकर विचरण करता,
प्रकृति के अद्वितीय स्वरूपों को निहारता,
तब मुझे नहीं लगता किसी भगवान की जरूरत होती।

No comments:

Post a Comment